नहीं, तुम मेरे परिचय नहीं हो सकतेमैं तो परमानंद हूँ परम ब्रह्म परमात्मा हूँ फिर तुम कौन होजो मुझमें उदास विचरते हो…..!!! रेणु Post navigation আজকাল যেখানে যাই – ওবায়েদ আকাশ Poem & artwork by Jaipreet Grover